परिचय
राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय (बालिका) पुंवारका सहारनपुर का निर्माण, वर्ष 2008 में प्रारम्भ हुआ तथा वर्ष 2011 में विद्यालय संचालित हुआ। विद्यालय की कुल छात्र क्षमता 490 है | यह विद्यालय केवल सामाजिक, आर्थिक दृष्टि से कमजोर व शिक्षा से वंचित, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की बालिकाओं को शिक्षा के साथ-साथ निशुल्क यूनिफार्म, आवास, दैनिक प्रयोग की सभी वस्तुए, अध्ययन लेखन सामग्री, गणवेश, खेलकूद व कम्प्यूटर की सुविधा उपलब्ध कराता है।
News & Update
डिजिटल शिक्षा (स्मार्ट क्लास)
विद्यालय में छात्राओ हेतु स्मार्ट क्लास संचालित की जाती है| डिजिटल शिक्षा के अंतर्गत छात्राओ को प्रोजेक्टर, टैब लैब एवं कंप्यूटर लैब में आधुनिक शिक्षा प्रदान की जाती है | गणित विषय को बेहतर बनाने हेतु निदेशालय समाज कल्याण उत्तर प्रदेश लखनऊ द्वारा खान एकेडेमी द्वारा छात्राओ को ऑनलाइन शिक्षा की व्यवस्था भी की गयी है | अन्य विषयों (जैसे विज्ञानं, सामाजिक विज्ञान आदि) एमबाइब द्वारा छात्राओ को ऑनलाइन शिक्षा प्रदान की जा रही है, अंग्रेजी विषय को सुगम बनाने के लिए इंग्लिश लिट्रेसी प्रोग्राम संचालित किया जा रहा है, फुलवारी प्रोजेक्ट द्वारा छात्राओ को शारीरिक एवं मानसिक शोषण से बचने एवं उनके सर्वागीण विकास के लिए जानकारी दी जाती है
कक्षाएँ
सभी कक्षाएं हवादार, विद्युत्, पंखे, बत्ती युक्त हैं,तथा आधुनिक सुविधाओं से युक्त है


पुस्तकालय तथा प्रयोगशाला
छात्राओं में किताबे पढने की आदत को विकसित करने एवं ज्ञानवर्धन के लिए पुस्तकालय की व्यवस्था है, तथा विद्यालय में जीव विज्ञान, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान प्रयोगशाला की व्यवस्था है।


आवासीय तथा मेस व्यवस्था
विद्यालय का स्वरूप आवासीय होने के कारण विद्यालय में निर्मित छात्रावास पृथक रूप से बालिकाओं के लिए उपलब्ध है। छात्रावास की कुल क्षमता 490 हैं | विद्यालय में निर्धारित मेन्यू के अनुसार सुव्यवस्थित मेस व्यवस्था सुनिश्चित है। सभी छात्र/छात्राएं भोजनालय के डाइनिंग हाल में ही बैठकर भोजन करते हैं। छात्र छात्राओं के भोजन से पूर्व ड्यूटी पर उपस्थित शिक्षक द्वारा भोजन मंत्र कराया जाता है तथा भोजन ग्रहण करने के लिए पर्याप्त मात्रा में फर्नीचर की व्यवस्था है। छात्र/छात्राओं के बैठने की व्यवस्था सदनवार की जाती है तथा सदनाध्यक्ष उनके साथ भोजन करते हैं। छात्र छात्राओं के भोजन ग्रहण करते समय डाइनिंग टेबल मैनर पर विशेष ध्यान दिया जाता है तथा आवश्यकतानुसार छात्रों को भोजन ग्रहण करने सम्बन्धी तौर तरीके भी सिखाने में सहयोग करते हैं। मेस व्यवस्था को सुद्रढ़ एवं सुव्यवस्थित बनाने के लिए मेस कमेटी का गठन है। उक्त कमेटी की बैठक प्रतिमाह की जाती है तथा निर्धारित मेन्यू के अनुसार शुद्ध एवं पौष्टिक भोजन एवं नाश्ते की व्यवस्था की जाती है।


